अमे’रिका और ता’लिबान के बीच अफगानिस्तान में शां’ति के लिए कतर में ऐतिहासिक शांति का समझौता पर हस्ताक्षर हुए । इस समझौते के तहत अगर तालिबान अमे’रिका की बात मान लेता है और अफगानि’स्तान में शांति के लिए मान जाता है तो अमे’रिका 14 महीने के भीतर अमे’रिका से अपने सैनिक निकाल लेगा । कतर में अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच संयुक्त बयान में ये बात कही गई है ।
माना ये भी जा रहा है कि जैसे ही अमेरिका सै’निक अफ’गानिस्तान से निकलेंगे वैसे ही तालि’ बान शश’क्त सं’घर्ष छोड़ देगा । इस डील की यह प्रमुख बात कही जा रही है । यह सहमति इसलिए बनी है । बता दे, ता’लिबान को अमेरिका सैनिकों से अफ’गानिस्तान में गहरी आपत्ति थी । अ’मेरिका और अफगा’निस्तान ने सँयुक्त बयान में कहा है कि 135 दिनों के भीतर अमेरि’का और उसके सहयोगी देश अफगानिस्ता’न से 8,600 सैनिक वापस बुला लेगे ।
और आगे अगर ता’लिबा’न डी’ल का पालन करता है तो 14 महीने के भीतर सभी सै’निक बुला लेगा । अगर अमेरि’का का तालि’बान के साथ ये समझौता सफल रहा तो अफ’निस्तान में पिछपे 20 साल से चली आ रही ता’लिबान और वि’देशी सेनि’को के बीच सं’घर्ष का अंत होगा । गौरतलब है कि कतर के दोहा में इस ऐतिहासिक पल का गवाह 30 देशों और अंतररा’ष्ट्रीय संगठनों के विदेश मंत्री और प्रति’निधि पहुँचे थे ।
BREAKING: The US and Taliban have signed a historic peace deal, in which the US has agreed to withdraw all troops from Afghanistan within 14 months.
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— Sky News (@SkyNews) February 29, 2020
दोनों पक्षो के मध्य 18 महीनों की कड़ी मेहनत के बाद यह समझौता तय हुआ था जिस पर पूरी दुनिया की निगाह थी । अ मे रिका रक्षा मंत्री मार्क एस्प र और नाटो महासचिव जेन्स स्तोलटेंबर्ग शनिवार को अफगान के का’बुल में मौजूद रहे । आपको बता दे, 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जनता से अमे’रिकी चुनाव में वादा किया था कि उनके राष्ट्रपति बनते ही वह अफगा’निस्तान से अमे’रिकी सै’निक को वापस बुला लेगे ।\
उन्हें इसका अमे’रिका में काफी समर्थन भी मिला था । ट्रूम्प का मानना था कि अफगा’निस्तान में अमे’रिका सै’निकों को रखने से कोई फायदा नहीं हुआ इसलिए वो अपने से’निको को जल्द ही वापस बुलाएंगे । बता दे, बीते दिनों ट्रम्प ने भारत दौरे पर अपने एक बयान में साफ कहा था वह अफ’गानिस्तान से अपने सै’निक वापस बुला लेगा ।
उन्होंने कहा था जो काम पिछले 20 सालों से कोई नही कर पाया वो उन्होंने कर दिखाया है । अफगा’निस्तान से अमेरिकी सै’निक बुलाए जाने वाले ट्रम्प के बयान के भारत ने चिंता जाहिर की थी । इसके जवाब में ट्रम्प ने कहा था कि दिल्ली अपनी भूमिका को लेकर सजग है । उन्होंने कहा था इसको लेकर साउथ कोरिया में पहले ही बात हो चुकी है म ट्रम्प ने कहा था कि सीमा पर काफी कम हिं’सा की घटना देखने को मिली है, कुछ लोग जो उनके खिलाफ थे वो अब समझ पा रहे होंगे ।
उन्होंने कहा था जो चीजे पिछले 20 साल से नही हुई वो हमने कर दिखाई है । अब लोग इस नतीजे के बाद काफी खुश है । उन्होंने कहा कई सरकारें आई गई लेकिन हमने वो काम कर दिखाया है । उन्होंने कहा वो कुछ नही का’नून व्यवस्था का काम तालिबान ही करेगे । बता दे, अ’मरीका और अफगा’निस्तान की ऐतिहा’सिक डील से भारत का एक पक्ष जरूर खुश है लेकिन इसको लेकर भारत पहले ही चिं’ता जाहिर कर चुका है ।
BREAKING: U.S. to withdraw all forces from Afghanistan in 14 months if Taliban meet commitments to prevent terrorism. https://t.co/kzIDSLusYp
— The Associated Press (@AP) February 29, 2020
रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा कहते है कि अफगान की जनता भारत से अच्छा सहयोग चाहती है, बड़ी भूमिका निभाने को लेकर उत्सुक लेकिन अमे”रिका और ता’लिबान के शांति समझौते के बाद सब कुछ बदल जायेगा । कमर आगे कहते है कि तालिबान के पाक के साथ अच्छे संबंध रहे है और इस ऐतिहासिक डी’ल में पाक की अग्र’णी भूमिका भी है ।
कमर कहते है पाक को इससे फायदा होगा और तालि”बान पाक के रास्ते से कश्मीर का रुख कर सकते है । बता दे, इस शां’ति डील में भारत समेत 50 देशों के प्रतिनिधि पहुँचे ।’ पाक समेत 7 देशों के विदेश मंत्री भी इस अहम मौके पर मौजूद रहे । दोनों पक्षो की सहमति से सभी को कतर से निमंत्रण दिया था । कतर में भारत की ओर से भारतीय राजदूत पी कुमारन समारोह में शामिल रहे ।