भारत में गाड़ियों की हेडलाइट दिन में क्यों जलती है ? ये है वज़ह ….

अगर आप दिन में कही जा रहे है और आपको किसी वाहन की लाइट ऑन दिखाई दे रही हो। और आपके कहने पर भी वो चालक लाईट ऑफ नहीं कर रहा हो तो चौ कना मत। दरअसल अब , लोग चाहकर भी दुपहिया वाहन की लाईट बंद नहीं सके गें। बीएस-4 मानकें के तहत अब देश में दुपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों ने है  डलाईट ऑन – ऑफ करने का सिस्टम बंद कर दिया है। पहले दुपहिया वाहन में हेड लाइट ऑन ऑफ स्विच का इस्तेमाल होता है। लेकिन अब दुपहियों वाहनों में एए चओ यानी ऑटोमैटिक हेड लाइट ऑन सिस्टम से लैस कर दिया है।

यानी अब दुप हिया वाहन स्टार्ट होते ही खुद ब खुद दुपहिया वाहन जैसे स्कुटी , बाइक की हेड ला इट ऑन हो जाएगी। जब तक इंजन स्टार्ट होगा तब तक दुपहिया वाहन की हेडलाइट ऑन रहेगी। सबसे खास बात यह है कि आप इस हेड लाइट को बंद नहीं कर पांएगें।भारत में एएचओ यानी ऑटोमेटिक हेडलैंप सिस्टम बीचे साल में ही लागु हुआ है। लेकिन यूरोप में ये नियम बहुत पहले से लागु है।

युरोप में इसको लेकर क्या नियम है , आईये जानते हैं। युरोपिय देशों में डीआरएल यानी डेटाइम रनिंग लाइट्स का नियम साल 2003 से ही लागु है। बता दे , युरोप के सभी देशों में यह नियम दुपहिया वाहन के अलावा कारों में भी यह व्यवस्था लागु है। बता दे , युरोप के अलावा अन्य विकसित देशों में भी दिन के उजाले में बाइक की हेडलाइट जलाने का भी प्रावधान है।

भारत के अलावा कई विकसित देशों में दुपहिया वाहन तो कई जगह कारों में भी दिन में लाइट जलाने की व्यवस्था लागु है।लेकिन क्या आपने सोचा कि ऐसा क्यों किया गया। आईये इस सवाल के बारे में विस्तार से जानते है। बता दे , अगर आ पकी दुपहिया वाहन की हेडलाईट ऑन रहती है तो आपको कई फायदे है। सबसे प हला तो यह है कि अगर आपकी वाहन की लाईट दिन में ऑन है। तो सामने से आने वाला वाहन आपको आसानी से देख लेता है।

अगर कोई वाहन पीछे से आता है पीछे की लाइट ऑन रहेगी। इससे पीछे से आने वाला वाहन सचेट हो जाएगा। हेडलाइट के ग्लास भी अलग से बनाया गया जिससे आसानी से हम ये जान सकते है . वाहन आ रहा है या नहीं। बता दे , 2014 में दुपहियां वाहनो से बहुत अधिक दु’र्घट नाएँ हुई थी . एक रिपोर्ट के मुताबिक 32 हजार 524 लोग इन सड़क दु’र्घट नाओं में मा’ रे गए। जबकि 1 लाख 452 लोग जख्मी हुए थे।

आपके दुपहिया वाहन में दिन में हेडलाइट ऑन करने के अलावा एक ओर उच्च तकनीक सामने जल्द आ सकती है। इस तकनीक के अनुसार एक इ मर जेंसी अलार्म लगेगा। दु’र्घटना की स्थिति में यह अलार्म ऑटोमैटिक तेज आवाज में बजने लगेगा। ताकि किसी भी दुपहिया वाह न की दु’र्घटना होने पर कोई भी आस पास मौजूद वहाँ आ जायेगा। जिससे किसी भी व्यक्ति की जान ब’च सकती है। और इस प्रकार की लाइट लगाने का उद्देश्य यही हैं।

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