NEET परीक्षा का परिणम बीते दिनों ही आया है । इस परीक्षा में कई मुस्लिम लड़के और लड़कियों ने अपनी बजी का परचम भी लहराया है। NEET परीक्षा में बिलाल ने अपने पहले ही प्रयासों से इस परीक्षा में परचम को लहराया है। रहमानी सुपर 30 से लम्बे अर्से सेजुड़े शब्बीर अहमद बताते है कि रहमानी के पिता नही है।
इसकी परवरिश भी इनके मा और भाई ने की है।रहमानी सुपर 30से अपनी तैयारी करने वाले जिया बिलाल ने ऑल इंडिया में 19 वी रैंक को हासिल किया है। जिया के 715 नम्बर आए है।वह बिहार के रहने वाले है।रहमानी सुपर 30 एक ऐसी संस्थान है जिसमे मुस्लिम लड़के3 और लड़कियों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है।
बिलाल ने भी साल 2019 में इस संस्थान में अपना दाखिला करवाया था।बिहार में इंजीनियरिंग एजुकेशन के क्षेत्र में अगर किसी का नाम लिया जाए तो सबसे पहले सुपर 30 के संचालक आनन्द कुमार का जिक्र होता है। जिन्हीने अपने लग्न के बूते सैकड़ो बच्चो को मुफ्त शिक्षा
देकर आईआईटी की दहलीज तक भी पहुँचाया है आपको बता दे कि रहमानी 30 की स्थापना साल 2008 में मोहम्मद वली रहमानी ने बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद की देखरेख में भी किया था। इसका मकसद मुस्लिम समाजके छात्र छात्राओं को
उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना और उन्हें उच्च संस्थानों में भी ले जाना है । इस संस्था में ऐसे मुस्किम बच्चों को लिया जाता है जो अपनी आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई नही कर पाते है एंट्रेंस कोचिंग के लिए उन्हें चुना जाता है।