चिकन के नाम पर बेच रहे थे कौवा बिरयानी, लॉलीपॉप बोलकर टांगे देते थे, हुआ ऐसे खुलासा

हमारे आसपास और चौराहे पर अधिकतर खाने के ठेले लगे होते है। देश भर में ऐसे ठेलों के तादाद करोड़ो में होगी, जैसे कि आप कही भी सफर करते है ,किसी भी रेलवे स्टेशन या बस स्टॉप पर जाते है तो वहाँ 2-5 ठेले वाले किसी न किसी खाद्य प्रदार्थ काठे ला लगाए रखते है । आप अगर मुस्लिम एरिये में जाएंगे तो सबसे ज्यादा जो बिकती है वो है बिरयानी। बिरयानी के ठेले भी आपको बड़ी तादाद में सुबह से लेकर रात तक देश की किसी भी मुस्लिम एरिया में मिल जायेगे ।

लेकिन जो खबर हम आपको बताने जा रहे है उससे आप अंदर तक।हिल जाएंगे जी हां । बिर’यानी मुस्लिम समाज मे बहुत ज्यादा खाई जाती है। बिरयानी फ़िल्म ‘रन ‘में आपने कहानी भी देखी होगी। ‘रन ‘फ़िल्म में कॉमेडियन के रूप में एक्टर विजय राज अपनी कॉमेडी से बहुत चर्चे में आए थे। इस फ़िल्म में आपने बिरयानी बेचने का कॉमेडी सीन जरूर देखा होगा। इस बार कौआ बिरयानी बेचने का एक हकीकत मामला सामने आया है।

यदि आप सड़क किनारे ठेलों पर सस्ता चिकन खाते है तो सावधान हो जाइए। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि तमिलनाडु के रामेश्वर मन्दिर के बाहर चिकन के नाम पर कौआ और कुत्ते का मास बेचने का मामल सामने आया है। ठेले पर जो मास सस्ता बिक रहा था वो असल मे कौआ का मास था। कौआ का मास चिकन के नाम पर बेचने के आरोप में पुलिस ने यहां दो लोगो को गिरफ्तार किया।

उनके पास से करीब 150 मरे हुए कौवे मिले है। तमिलनाडु पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, दरअसल यह पर श्रद्धालू रोजाना दाना डालते है।कुछ दिनों से उन्हें कई कौवे मरे हुए मिल रहे है। पुलिस ने इसकी जब जांच की तो उनके होश उड़ गए। कुछ लोग जहरीले चावल देकर कौवों का शिकार कर रहे थे और फिर उसी का कौवे बिरयानी बना कर बेच रहे थे।

पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया की कौवे का मास बेच रहे लोगों से पूछताछ किए जाने पर उन्होंने बताया कि हम कौवे का शिकार करके छोटे दुकानदारों को बेच रहे थे। बता दे कि इससे पहले भी चिकन ओर मटनके नाम पर कुत्ते और बिल्ली , कौवे का मास बेचने का मामला मुम्बई, कोलकाता और चेन्नई में 2018 में खाद्य विभाग की छापेमारी में सामने आए थे।

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