रमजा’न के महीने शुरू हो चुका है और रोजे रखने वालों की बच्चों भी शा’मिल हो चुके है। रोजे रखना 7 साल से ज्यादा उम्र के ब’च्चों को भी फ’र्ज है। एक ऐसा ही वाकिया दुबई में देखा गया है । उस ने अपनी बीमा’री कें’सर को मा’त दे चुके 5 साल के बच्चे से अपना रो’जा रखा है। इनका नाम मो’हम्मद नासिर है।
नासिर को देखकर उनके परिवार वाले भी है’रान है। दुबई का रहने वाला यह बहादुर बच्चा जो सर्ज’री की माध्यम से कें’सर की जं’ग जीत गया है। उसने इस रमजान में रोजे भी रखे है। दुबई के सीनियर क्रेजी छात्र मोहम्मद नासिर ने बताया है कि उनको रो’जे रखना बहुत पसन्द है।
बता दे कि सना जावेद और अब्दुल समद के बेटे नासिर ने है’रान कर दिया है। असल मे यह पा’किस्ता’नी प्रवासी है लेकिन दुबई के लंबे समय से नि’वासी बन गए है।नासिर के पिता ने गल्फ न्यूज़ से बात करते हुए बताया है कि मेरे बेटे को हे’पेटो’ब्लास्टोमा का पता चला था,
जब बच्चों में सबसे ज्यादा आम कैंसर भी है। जब वो महज 18 महीने का था।लतीफा और दुबई के अस्प’ता’लों के इ’ला’ज के लिए भ’र्ती हुए नासिर ने 2017 के बे’हतर हिस्से को की’मो’थेरेपी के चार चक्रों से गु’जारा भी है और बाद में सर्ज’री भी कर’वाई है।
उन्होंने आगे बताया है कि नासि’र ने साल 2017 का ज्यादा वक्त हॉस्पिटल में ही गुजारा है लेकिन वो कभी भी न’ही रो’या और उसने कभी किसी को परे’शा’न भी नही किया। नासि’र में इतनी कम उ’म्र में द’र्द सह’ने की ‘हिम्म’त और ज’ज्बा भी था।