दिल्ली स्थित केंद्रीय शिक्षण संस्थान जा’मिया मि’लिया इ’स्ला’मिया आए दिन नए नए कीर्तिमान को स्थापित भी कर रहा है। इसी क्रम में प्रोफेसर शकील अहमद जिन्होंजे एमके गांधी चेयर प्रोफेक्सर के रूप में जा’मिया मिलिया इ’स्लामि’या में कार्य भी किया है।
उन्हें द वर्ल्ड एकेडमी ऑफ साइंसेज तरसते इटली में फेलो के लिए चुना भी गया है। उन्हें एक वि’कासशी’ल देश में विज्ञान की उन्नति के लिए इस प्र’तिष्ठित सम्मान के लिए चुना भी गया है। TWAS अनुसंधा’न शि’क्षा, नी’ति और कूटनी’ति के माध्य’म स्थायी स’मृद्धि का वि’कास भी करता है।
जा’मिया की और से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि जल विज्ञान के विशे’ष’ज्ञ प्रोफेसर अहमद ने जमिया में अपने 2साल के कार्यकाल के दौरान सेंटर फॉर डिजास्टर मैनेजमेंटके साथ साथ भू’गोल वि’भाग में अध्या’पन भी किया। उनसे जल से सम्बंधित प्रा’कर्तिक आ’पदा’ओं के साथ साथ
जल’वायु परि’वर्तन में उन्नत विकास अध्या’पन का अनुभव भी है। जामिया में शकील अहमद का योगदान असाधारण भी रहा है क्योकि उन्होंने उच्च प्र’भाव वाली अंतराष्ट्रीय पत्रिकाओं मेज़ 13 से अधिक शोध पत्र प्र’काशित भी की है।आपमो बता दे कि शकी’ल अह’मद को अपने कार्यकाल के दौरान
अहमद को भारती’य रा’ष्ट्रीय वि’ज्ञान अका’दमी के फैलो के रूप में भी चुन गया था। जामिया में शामिल होने से पहले उन्होंने CSIR के राष्ट्रीय भौतिकीय अनुसन्धान संस्थान, हैदराबाद में 37 सालो तक वैज्ञानिक के रूप में कार्य भी किया और संस्थाम के मुख्य वैज्ञानिक स्तर पर भी पहुचे है।