आज भी पाकिस्तान में सही सलामत मौजूद है आजादी के नायक भगतसिंह की हवेली, पाकिस्तानी परिवार कर रहा है हिफाजत

भारत देश के स्वतंत्रता संग्रा’म के नायक भगत सिंह की की भारत को आजा’दी दिलाने की ल’ड़ा’ई में अपने मित्र राज’गुरु और सुख’देव के साथ फां’सी पर च’ढ़ गए थे। उनकी हवेली आज भी पा’कि’स्ता’न के पं’जाब के फै’स’लाबा’द श’हर की जुड़वा वाला तहसील में सही स’ला’मत भी मौजूद है। यहां के रा’स्ते में सब कुछ वैसा ही है

जैसा शहरो से कस्बो तक के रास्ते मे सब कुछ वैसा ही है। इस गांव के रास्ते की शुरुआत में भगत सिंह के कारनामा से सजी बोर्ड उस व्यक्ति की याद दिलाते जिसने अपनी यु’वा’वस्था में क्रां’ति के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी इस गांव की अ’धिक’तर आबा’दी मुजा’हि’र रही है।

जो 1947 के वि’भा’जन’ के बाद भार’त से पा’कि’स्तान आए थे लेकिन उन्हें उस गांव में रहने पर भी गर्व है। जहां स्वतं’त्रता के ना’यक भ’गत सिंह का जन्म भी हुआ था। हालांकिअब यहां पर कोई सिख, हिन्दू परिवार का सदस्य नही रहता है लेकिन भगत सिंह की हवेली को राष्ट्री’य स्मार’क

घो’षित करके फ़ोटो गै’लेरी में बदल दिया गया है।साल 2014 में भगत सिंह के घर और स्कूल की मरम्मत तत्कालीन डीसी’ओ ने लगभग एक करोड़ रूपए की लागत से की थी । बता दे कि इस गांव के ज्यादातर लोग जिन्होंने भगतसिंह को देख और अपनी

आंखों से आ’जा’दी के लिए किए गए ‘ब’लि’दान को देख, वो अब इस दु’निया मे नही है लेकिन गांव के बुजुर्ग आज भी भगत सिंह को उसी तरह से याद भी करते है।

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