भारत ,गांव में बसता है लेकिन गांव शहरों की तरह नही होता है। उनकी पहचान सिर्फ खेत ही होती है। जब भी आंखों के सामने गांव की छवि बनती है तो उसमे शहर की ऊंची इमारत, हाई फाई स्कूल, बड़े अस्पताल और मोल आदि भी होते है। इसी तरह ही भारत के कई गांवों की स्थिति ऐसी ही है।
भारत में एक ऐसा गांव भी मौजूद है जिसे देश केसबसे अमीर गावो में भी गिना जाता है गुजरात के कच्छ जिले में स्थित इस गांव का नाम मधापर है । जो बैंक जमा के मामले में दुनिया के सबसे अमीर गावो में से भी एक है। यहां पर करीब 7,600 घरों वाले इस बैंक में कुल 17 बैंक है। इन बैंकों को 92 हजार
लोगों के करीब 5 हजार करोड़ रुपए जमा है।इस गांव के ज्यादातर लोग NRI है। उन्होंने देश के बाहर रहकर भी इस गांव के लिए पैसा जमा भी किया है और स्कूल, कॉलेज,स्वास्थ्य केंद्र, मंदिर, बांध, गग्रीनरी और झीलों का भी निर्माण किया है। उनकी रिपोर्ट्स के मुताबिक 1968 में लंदन में मधापर विकेज
एसोसिएशन नाम के एक संगठन की स्थापना भी की गई थी। जिसका उद्देश्य यह रहा है कि विदेशों में गांव को बेहतर बनाना औऱ लोगो को आपस मे भी जोड़ना है।इस गांव वालों की मुख्य काम खेती भी है। उनका सामान मुम्बई
निर्यात भी किया जाता है। इसके अलावा लंदन कम्युनियि से जुड़े रहने के लिए गांव भी एक दफ्तर है। इस गांव का मुख्य उद्देश्य संस्कर्ति और मूल्य को जीवित रखने है।