इ’स्लाम ध’र्म का सबसे प’वित्र म’हीना रम’ज़ान 25 अप्रैल से शुरू हो गया है। इस महीने में मु’सल’मान अपने अ’ल्लाह की इबा’दत करते है औऱ रो’जे रखते है। इसी बीच इ’स्ला’म को बेहद करीबसे समझने के लिए ब्रि’टिश सांसद रो’जे रख रहे है । इस कारण इनकी पूरी दुनिया मे चर्चा हो रही है। ब्रि’टेन दुनिया के उन देशों में माना जाता है जहां पर हर ध’र्म वि’शेष के लोगो को सम्मान दिया जाता है।
I am fasting for the first week of #Ramadan. I want to share this experience with the 20,000 Muslims who live in my City #proudofpeterborough #RamadanMubarak pic.twitter.com/dwqf9HY5I7
— Paul Bristow MP #StayHomeSaveLives (@paulbristow79) April 23, 2020
ब्रिटेन टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, ब्रिटेन में सत्ता धारी कंजरवेटिव पार्टी के पिटरबोरो से सांसद पाल बरिस्टो ने कहा है कि रम’जान के महीना एक बहुत सोच विचार का महीना है । इस महीने में रो’जे रखे जाते है इसलिए मैंने भी तय किया है कि रम’जान के पहले हफ्ते में भी रो’जे रखूंगा।उन्होंने कहा कि मैं मुस’लमान नही हु लेकिन 20 हजार मुस्लिमो के साथ मैं भी इस महीने ।
औऱ इसी हफ्ते रोजे रखने मैं इनके साथ शामिल हो जाऊं।बरिस्टो ने कहा कि मैं यह समझना चाहता हूं कि मु’सल’मान ये कैसी इबादत करते है और उनके लिए र’मजा’न के क्या मतलब है।उन्होंने कहा कि र’मजा’न में रो’जे रखने से मुझे सब्र करने करने और आत्म चिंतन करने में मदद मिलेगी। मैं इस दौरान ‘इ’स्ला’म की बारी’कि’यों को करीब से समझना चाहुगा।
#Ramadan fasting vlog day 1 done https://t.co/TgrgP4qh71
— Paul Bristow MP #StayHomeSaveLives (@paulbristow79) April 25, 2020
ब्रिटिश सांसद ने कहा कि हालांकि मैं इ’स्ला’म के बारे में बहुत कुछ अध्ययन कर चुका हूं लेकिन अभी तक मैंने कोई रोजा नही रखा है। इसलिए ही रो’जा रखने का अनुभव मेरे लिए बेहद जरूरी है। मैनें पड़ा है कि रोजा न सिर्फ सेहत को बेहतर करता है बल्कि मस्ति’ष्क और दिल को शांति देता है।
बता दे, दुनिया भर में को’रो’ना पी’ड़ि’तों की संख्या में लागातर इजाफा हो रहा है । अमरीका में सबसे ज्यादा 60 हज़ार से अधिक लोगों की मौ’त हो चूकि है जबकि’ 3 लाख से अधिक लोग को’रो’ना सं’क्र’मि’त हो चुके है । बता दे, अमेरिका ने दुनिया मे सबसे ज्यादा कोरोना से सम्बंधित म’री’जों की जाँच की है । अमेरिका ने करीब 38 लाख जाँच की है जिसमें सबसे ज्यादा 4 लाख म’रीज को’रो’ना पी’ड़ि’तों निकले है ।