मदरसा टीचर की 17 साल की बेटी ने राहुल गाँधी की मदद कर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटौरी,जानिए

इंसान अपनी हौसले के साथ आसमान छू लेता है, ऐसे हकीक़त में आपने जरूर सुना होगा । ऐसी ही कहानी हम आपको आज बताने जा रहे है । एक ऐसी मुस्लिम लड़की , आज इनके पिता को भी विश्वास नही था कि इनकी बेटी इतनी होनहार है। मात्र 17 साल की मुस्लिम लड़की रातों रात सुर्खियों में आ गई है । वजह हम आपको आगे बताते है । 17 साल की सफा फेबिन मलयालम भाषा मे कोंग्रेस नेता राहुल गांधी के अंग्रेजी भाषण का अनुवाद किया है।

असल मे राहुल 3 दौरे के लिए केरल के वायनाड पहुँचे और मल्लपुरम स्थित एक स्कूल में गए जहां पर उन्होंने बच्चों को सम्बोधित किया। इसी दौरान 11 वी क्लास में पढने वाली लड़की सफा राहुल के भाषण की ट्रांसलेट बनी। राहुल गांधी ने 15 मिनट तक भाषण दिया। सफा ने इसका अनुवाद किया। इसके बाद से ही उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। ये वीडियो बहुत ज्यादा सुर्खियों में है। जहां पर एक मुस्लिम लड़की ने अपने धर्म, राज्य, देश का नाम रोशन किया है।

एक मुस्लिम लड़की होना औऱ कोंग्रेस नेता के साथ अनुवाद करना यह सब बहुत बड़ी बात है। राहुल ने सफा से हाथ मिलाया ओर गिफ्ट के तोहफे पर चॉकलेट बार दी। सफा ने लोगो के साथ साथ स्कूल को भी गौरवान्वित किया।सफा के पिता मदरसे के एक टीचर है। इनके पिता का नाम कुन्ही है। जो अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहे है। बाद में मीडिया से बात करते हुए सफा ने कहा कि आज की घटना ने मुझे भी गर्व महसूस किया है।

उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने अनुवाद के लिए बात की तो मैं चुप रही। मैं जाना भी चाहती थी। लेकिन बाद में मुझे मेरे दोस्तों ने इसके लिए प्रेरित किया इसके बाद मैंने उनके भाषण का अनुवाद किया।सफा ने कहा कि मैंने पहले ऐसा कोई अनुवाद नही किया था। जब मैं स्टेच पर गई तो मैने सोचा कि शायद यह सब सपना है।

लेकिन जल्द ही मैंने खुद पर विश्वास जताया और फिर में यह कार्य करने में सफल हुई। यह सब मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। सफा में अब इतना आत्मविश्वास आ गया है वो राहुल गांधी के सभी भाषणों का अनुवाद करना चाहती है । उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान ऐसा किया है ।सफा ने कहा कि “अगर राहुल गांधी चाहते है तो मैं उनके सभी भाषणों का अनुवाद करने के लिए तैयार हूं।”

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