जब लंदन की म’स्जिद बनी ठि’ठुरती ठंड में गरीबों म’जलूमों और बे’सहारा का घर, लोगों ने दी दिल से दुआ, जानिए

जैसा कि हम सभी जानते है कि इस समय देश भर कर कई राज्यों में जबरदस्त ठंड का मौसम चल रहा है। भारत देश की तरह लगभग हर देश मे बेघर और गरीब लोग रहते है। जिनका ना तो कोई घर का ठिकाना होता है और न ही खाने और पीने का होता है । हमारे आसपास कई लोग अपनी गरीबी के कारण घर घर जाकर लोगों से मांग कर अपना पेट भरते है।
जबकि करोड़ो लोग आज भी ऐसे है जो सड़क पर रहकर भू’खे सोते है ।

ब्रिटे’न के मु’स्लि’म संग़’ठन ने एक समूह के साथ बहुत ही अच्छी तरीके से बेघरों की मदद की है। बेघर लोगों ने इन लोगो का शुक्रिया अदा किया है। बर्मिंघम में मु’स्लिम संघठनो के एक समूह के साथ में म’स्जिद में बेस’हारा लोगों को खा’ना और सोने के लिए जगह दी है। इस समूह में अल सफा संस्था’न और ग्रेट बैर मु’स्लिम फा’उंडेशन शामिल है।

बता दे बर्मिंघम में ग्रीन लेन म’स्जिद और सामुदा’यिक केंद्र ने इसी सप्ताह से बेघरों के लिए म’स्जिद के दरवाजे खोल दिए हैं।द ग्रेट बैर मुस्लि’म फा’उंडेशन ने फे’सबुक पर लिखा है कि हम आज रात बेघर के साथ मस्जिद परियोजना के हिस्से के रूप में रात में सोने वालो के लिए शीतकालीन रेन बसेरा की देखरेख कर रहे हैं।

हमारे लिए यह एक साधारण बात है कि हमारे शहर में कई पुरूष और महिलाए है जिनके लिए आरामदायक, स्वच्छ और गर्म वातावरण में रात का आराम करना एक लक्जरी के रूप में देखा जाता हैं। हमारे देश मे कई ऐसे संगठन है जो गरीबों की मदद के लिए सामने आते है । कई ऐसे संगठन है जो सर्दियों में।गरीबों की मदद करते है , उन्हें कंबल तकसीम करते है, उन गरीबों का पेट भरवाने में बड़ी मदद करते है ।

हमारे सामने कई ऐसी मिसालें है जो हमें हैरान कर देती है । जैसा कि आप सभी जानते है, इंसानियत का कोई मज़हब नही होता है । चाहे इंसान हिन्दू हो , मुस्लिम हो , ईसाई हो या सिख यदि कोई भी धर्म को मानने वाला भूखा है और आपको मदद करनी हो तो बिना धर्म देखें बगैर उसकी मदद करनी चाहिए ।

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