दुनिया मे अगर आए है तो जीना ही पड़ेगा । महबूब खान की फ़िल्म मदर इंडिया हिन्दी सिनेमा का सुनहरा पन्ना है जब पढ़ो जब ताजा हो जाता है। ये फ़िल्म 1957 में आई थी। फ़िल्म का सबसे जबरदस्त सीन जब बाढ़ के बाद माँ अपने बच्चों की भू’ख शान्त करवाने के लिए उन्हें झू’ठे ही दिला’सा देती है कि खा’ना पक रहा है । लेकिन असल मे उस बर्तन में खाना नही बल्कि पानी गर्म हो रहा होता है।
Kisauni widow “cooked” stones for her children as a ruse to stop them crying. The mother of eight lost her income due to coronavirus containment measures and was no longer able to feed her children. #NewNormal @Warungu pic.twitter.com/JfPknEWnbM
— NTV Kenya (@ntvkenya) April 30, 2020
आज दुनिया को’रो’ना वा’यर’स से जूझ रही है ।ऐसा ही एक मामला को’रो’ना वा’यर’स के इस मुश्किल दौर में केन्या से आया है। जहाँ गरी’बी की वजह से एक माँ ने चूल्हे पर प’त्थर उबा’लने के लिए रख दिए, ताकि भू’ख की वजह से रोते हुए उसके बच्चे चुप हो जाए।केन्या के मोम्बा’सा शहर की पेनिना बहती कित्सा’ओ 8 बच्चों की माँ है। यह विधवा है। वह लोगो के कपड़े धोकर अपने परिवार का गुजारा करती थी। लेकिन को’रो’ना के बाद उनकी जिंदगी बेहद ही मु’श्किल ही गई।
इस संकट ने उन्हें उतना गरीब बना दिया की उन्हें भू’खे बच्चों को चुप करवाने के लिए चूल्हे पर पत्तर उबा’लने का नाटक करना पड़ा ताकि खाने की उम्मीद और इंतजार में बच्चे सो जाए।कोरोना की वजह से देश मे लोक डाउ’न लगा दिया गया था दुकानों से लेकर कम्पनियां बन्द हो रही है।ऐसे में रोजा’ना कमाने वाले लोगो पर संकट आ गया है। देश मे लाखो लोग रोजा’ना भू’खे’ ही सो जाते है।
Kisauni widow “cooked” stones for her children as a ruse to stop them crying. The mother of eight lost her income due to coronavirus containment measures and was no longer able to feed her children. #NewNormal @Warungu pic.twitter.com/JfPknEWnbM
— NTV Kenya (@ntvkenya) April 30, 2020
केन्या के एनटीवी द्वारा इंटरव्यू किए जाने के बाद बहुतसे लोग महिला की मदद करने के लिए आगे आए है। वह मोबाइल और बैंक अकाउंट के जरिए महिला के खाते में पैसे भेज रहे है। बता दे, कुछ देशों में भी को’रो’ना के बाद में ऐसे ही हालात बने हुए है । मजदूर वर्ग परेशान है और आगे वो अपना जीवन ज्ञापन कैसे करेगे ये भी सवाल बना हुआ है ।