14 साल की उम्र में बादशाह औरंगज़ेब की तरफ दौड़ा था पागल हाथी लेकिन औरंगज़ेब ने …….

हमारे देश मे ना जाने कितने बादशाहो ने राज किया है। इनमें मुगल वंश में कई बादशाह हुए जिन्होंने देश के अलग अलग हिस्सों में कई खुबसूरत किलो का निर्माण कराया इनमें बादशाह बाबर से लेकर जहांगीर, हुमायूं , औरंगजेब जैसे महान शासक हुए । मुगलों के बाद एक दौर टीपू सुल्तान का भी आया जिन्होंने दुनिया के पहली मिसाइल बनाकर उसे युद्ध के मैदान में अग्रेजो से लोहा लिया ।

सभी बादशाहों ने अपने अपने दौर में अपने अपने तरीके से प्रजा की भलाई के लिए कार्य किया और नाम रोशन करके चले गए। इन्होंने कई किले का निर्माण किया तो किसी ने अपने अपने इलाको को कई ऐतिहासिक भवन का निर्माण, वास्तुकला का बेजोड़ नमूना दिया।वैसे तो मुगल वंश में जितने भी बादशाह हुए उन्होंने कई अभूतपूर्व कार्य किए जिसको याद किया जाता है और आगे भी याद किया जाता रहेगा ।

आज हम आपको बताने जा रहे है । औरंगजेब के बहादुर होने का एक वाक्य बयान कर रहे है। मुगल बादशाह औरंगजेब अपने दौर के सबसे ताकतवर बादशाह हुआ करते थे। उनके दौर में भारत विश्व का सबसे शक्तिशाली देश था जिसकी अर्थव्यवस्था दुनिया की नम्बर अर्थव्यवस्था थी।हज़रत औरंगजेब आलमगीर रहमतुल्लाहि अलैहि की उम्र 14 साल की थी। 28 मई 1663 को औरंगजेब ने शायद पहली बार इस दिलेरी का परिचय लोगो के सामने किया था।

आने वाले दौर का बादशाह मुगल कम्पाउंड में था। तभी एक पागल हाथी ने हमला कर दिया। जहाँ पर आस पास खड़े हुए लोग अपनी जान बचा कर इधर उधर भागने लगे । लेकिन औरंगजेब अपनी जगह पर ही खड़े रहे जैसे ही हाथी हमला करने को हुआ तो औरंगजेब ने अपने भाले से हाथी की सूंड पर बहुत तेज हमला कर दिया। हाथी जख्मी हो गया।

औरंगजेब के इस शानदार कारनामें से खुश होकर उसके पिता शाहजहां में उसे बहादुर का खिताब दिया था। बता दे कि इस वक्त बादशाह शाहजहां भी थे। शाहजहां ने अपने बहादुर बेटे को सोने में तोला ओर 2 लाख रुपए का उपहार भी दिया।इस वाकये के बाद औरंगजेब ने कहा कि अगर मेरी जान चली भी जाति तो कोई शर्म की बात नही होती मौत तो बादशाहों पर भी आती है।

ये कोई जिल्लत नही जिल्लत तो वो है जो मेरे भाइयो ने किया। जब हाथी ने ह’म’ला किया तो औरंगजेब के भाई इधर उधर भागने लगे गए थे। औरंगजेब ने अपनी जगह से हटना सही नही समझा।औरंगजेब बाबर के खानदान के थे। जिन्हें मुगल साम्राज्य का संस्थापक माना जाता है। औरंगजेब के जन्म के समय उनके पिता शाहजहां गुजरात के गवर्नर थे।

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