भार’तीय इ’तिहास के पन्नों में मुग’ल के बिना अधूरे है। एक बड़ा का’लखंड सालों से भारत करने वाले मुग’ल बादशाहों से भी भ’रा पड़ा है। भारत में मुगल सा’म्राज्य की नीं’व रखने वाला बा’बर था।
जिसके बाद स’त्ता हु’मायूं के हाथ आई और फिर क्र’म’वार सत्ता का स्था’नांतरण च’लता भी रहा है। इनमें मु’स्लि’म महि’लाओं ने भी कई योगदान दिया है।
उन 5 ता’कतवर मुगल महिलाओं के बारे में जिन्होंने मुगल साम्रा’ज्य में अपनी अलग और खास पहचान भी बनाई है। 1. दिलराज बानो बेगम …यह नाम इतिहास में भी दर्ज है। दिलरास बानो बेगम मुगल बादशाह ओ’रेंगेजेब की पहलीं बेगम थी । यह स’फ़वी राज’वंश की शह’जादी भी थी।
/// 2 .जहाँआरा बेगम …जहाँ’आरा बेगम मुगम स्मार्ट शाहज’हा और मुमता’ज महल की सबसे बड़ी बेटी और औरं’गजेब की ब’ड़ी बहन थी। इनका जन्म 2 अप्रैल 1614 में हुआ था। इसके अलका भी जहाँआरा को शाहजहां की सबसे प्यारी बेटी भी कहा जाता है।
/// 3. मरियम उजे जमानी … मरियल उज जमानी जयपुर के आमेर रियासर के राजा भारमल की बेटी थी। जिनका वि’वाह अ’कबर के साथ हुआ था। मरियम अकबर से शादी के बाद मलिक ए हिंदुस्तान भी बनी थी। इनके एक बेटे का नाम सलीम था जो आगे चलकर जहाँ’गीर के नाम से जाने गए।
///4 नूरजहां… नूरजहां को मेहरुन्निसा के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि नूरजहां बहुत ही खूब’सूरत थी। इनकी खूब’सूरती से मु’ग्ध होकर जहा’गीर ने इनसे 1611 ईसवी में इसे विवा’ह भी कर लिया। कहाजाता है कि नूरजहां खूबसू’रती होने के साथ ही ते’ज दि’मा’ग वाली भी थी।
///5.गुलबदन बानो बेगम … यह मु’गल बा’बर के बेटी थी । कहते है कि उन्हें प’ढाई का का’फी शौ’क था और वो फ़ार’सी और तु’र्की में कवि’ताएं भी लिखी थी।