सभी धर्म के ग़रीब लोग खा सकेंगे फ्री खाना, इन मुस्लिम युवाओं की दुनियाभर में हो रही तारीफ़

देश में 1 अरब से ज्यादा की आबादी के बाद लोग कैसे रहते होंगे यह शायद hi स’रकार सही आंकड़े के साथ बता पाए । लेकिन कई एन’जी’ओ और ग’रीब लोगों को लेकर आं’कड़े जारी करने वाले संगठन बार बार ये मोटे तौर पर बताते रहे है कि देश मे करीब 20 करोड़ लोग रोज़ रात में भू’खे सो”ते है । हम लोग अक्सर न्यूज़ में देखते है कि भू’ख की व’जह से बच्चे की मौ’त जैसे हैडलाइन पढ़ते होंगे लेकिन सीरियसली इस लर कितने लोग ने धयान दिया या काम किया ।

तो इसका जवाब बहुत कम होगा । आज हम आपको इसी से सम्बंधित एक ख़बर से रूबरू कराने जा रहे है । देश के सबसे बड़े राज्य यूपी की राजधानी लखनऊ में गरी’बो के लिए सामूहिक रसोई का इंतेजाम किया है। इस मे सभी ग’रीब लोगों को खाना खि’लाया जाएगा। जो लोग बहुत ही ज्यादा ‘गरीब होते है उन लोगो के पास खाने के लिए पैसे भी नही होते है।

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ऐसे लोगो के लिए दारुल उलूम के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने इस रसोई का आगाज किया है। बता दे कि यह लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह ने गुरुद्वारा में यह सामुदायिक रसोई स्थापित की है। इस रसोई का नाम लंगर ए आदम या फिर आदम की रसोई रखा गया है। ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद राशिद फिरंगी ने इस बारे में मीडिया के सामने अपनी बात रखी।

उन्होंने कहा कि रसोई में डेली शाम साढ़े सात बजे से साढ़े नो बजे तक लगभग 200 लोगो को शुद्ध शाकाहारी भोजन कराया जाता है। मौलाना ने कहा कि यह इस्लाम के उस सन्देश की ओर है जिसमे गरीबो की सेवा की जाती है। भूखों लोगो को खाना खिलाया जाता है। इस्लाम के अनुसार, धार्मिक स्थल सिर्फ पूजा करने के लिए नही है बल्कि समाज सेवा का केंद्र भी है। इसलिए हमने इसकी पहल की है।

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मौलाना ने कहा कि आदम ए लंगर को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है और जल्द ही इसे शहर में स्थित अन्य स्थानों तक भी ले जाया जाएगा। “इस्लाम की शिक्षा के अनुसार, इस पृथ्वी पर प्रत्येक व्यक्ति पैगम्बर आदम की संतान है और इसी से हमने नाम तय किया हैं।” इसलिए इसका नाम आदम ए लंगर रखा है।

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