को’रो’ना के इस दौर में पु’लिस’कर्मि’यों के साथ साथ ही डॉ’क्टर भी सभी तरह की परेशनी को देखते हुए म’री’ज़ो की मदद भी कर रही है। एक न’र्सिंग ऑ’फिसर नाज शेख बताती है कि मैं रम’जान के पा’क मही’नों में भी रो’जे रखती हूं। इसके अलावा को’रो’ना मरी’ज़ो की सै’पलिंग,
उनकी चैकिं’ग के अलावा अन्य काम भी कर रही हूं। म’री’ज़ो की हर तरह की प’रे’शा’नी को भी पूरी करते है और हम हि’म्मत करते है कि उनकी जा’न को ब’चा सके। इतना ही नही इफ्ता’र के वक्त सभी लोग टीम के एक साथ इ’फ्तार भी करते है।इसके आगे बताते हुए नाज शेख बताती है कि
हम अपने ब’च्चों की भी सभी तरह की से’फ्टी का पूरा ख्या’ल भी रखते है। घर पर जाते ही सीधे बाथ’रूम में जाते है। पहले बै’ग को से’नेटा’इजर करते है। उनके लिए खा’ना भी बनाते है। बता दे कि नाज शेख इस वक्त रोहिणी के आ’बेंडकर अस्प’ता’ल में नर्सिं’ग ऑ’फिसर है।
नाज ने मी’डिया से बात करते हुए बताया है कि पिछले साल के मुकाबले में इस साल न्यू वे’रिएंट काफी ज्यादा ख’तर’ना’क है। फिर भी मैं नही घ’ब’राई। अगर हम ही इस का’म मे पीछे ह’ट जा’एंगे तो आम आदमी का क्या होगा।इन्ही के साथ मे डॉ रेखा भंडारी बताती हैं कि वह लंबे सम’य से ड्यू’टी कर रही है
और हाल ही मैं को’रो’ना पॉ’जिटिव भी पाई गई है। उनके साथ साथ ही उनके माता पिता भी को’रो’ना पॉ’जि’टिव पाए गए है। वह बताती है कि ड्यू’टी करते वक्त हमे कई तरह की चुनो’तियों का साम’ना करना पड़ रहा है।