570 साल पूरानी मस्जिद का तुर्की सदर रजब तैयब एर्दोगन ने किया अचानक दौरा, 86 साल बाद होगी नमाज, लिया मस्जिद का जाएजा

तुर्की के राष्ट्रपति इंटरनेश’नल मीडिया पर सुर्खि’या बटोर रहे है। 86 साल बाद आए इस फैसले की वजह से तु’र्की शहर में जश्न का माहौ’ल है। तुर्की के राष्ट्रपति के हगिया सफाया के फैसले के आने के बाद 24 जुलाई शुक्रवार को पं’चों व’क्त की नमाज होने का एलान उन्होंने अपने बयान में किया है। हगिया सोफिया के फैसले के आने के बाद उनकी कई देशों की तरफ से आलो’च’ना भी की जा रही है।

एर्दोगान ने अपने बयान में कहा है कि म’स्जिदे अल अक्सा’ भी एक दिन इ’जरा’इल के गि’र’फ्त से मु’क्त’ होगी। उनके इस बात के समर्थन में पाकि’स्तान और मले’शिया ने साथ दिया है उन्होंने ख़िलाफ़’ते उस्मानि’या होने का क’रारा दिया है।सोफिया का इतिहास काफी समय पुराना है। पहले इसे चर्च बनाया गया उसके बाद सुल्तान ने इसको खरीदकर मस्जिद में तब्दील कर दिया गया। प्रथम वि’श्व यु’द्ध मे तुर्की को हा’र का सामना करना पड़ा उस वक्त कमाल पाशा ने चर्च में त’ब्दील कर दिया।

President Erdoğan visits Hagia Sophia Mosque

86 साल बाद आए इस फैसले ने सबको है’रान करके रख दिया तुर्की कोर्ट ने कहा 1934 के कैबिनेट फैसले को भी र’द्द कर दिया है। उन्होंने साफ साफ कहा है कि सोफिया अब म्यू’जियम नही रहेगा इसको अब म’स्जि’द का द’र्जा दिया जाएगा। तुर्की के राष्ट्रपति ने सोफिया का अचान’क दौ’रा भी किया है एर्दोगान ने सभी कार्यो का खुद जाकर जा’यजा लिया।

राष्ट्रपति के कार्यालय ने रविवार को कहा है कि वहाँ पर ई’सा’ई की अद्भुत मूर्तिया है जो नमाज के वक्त प’र्दा डालकर द’क दिया जाएगा बाद में खोल दिया जाएगा। पिछले हफ्ते अधिकारियों ने कहा था कि मोजे’के या तो प’र्दे से ढकी जाएगी या फिर पेरा’बेगनि’कीरनो से ढक दी जाएगी।राष्ट्रपति के प्रवक्ता इब्राहिम क्लीन ने कहा है कि कुछ मोजाइक जो किब’ला की तरफ है। नमाज पढ़ते वक्त ढक दिए जाएंगे।

President Erdoğan visits Hagia Sophia Mosque

उन्होंने कहा है कि जीसस और ई’सा’ई हस्ति’यों के अन्य मोजाइक मुस्लि’म के लिए बाधा नही बनते है अगर वो कि’बला की तरफ नही होते तो क्योंकि किब’ला की तरफ ऐसी कोई चीजे मान्य नही होती है। हगिया सोफिया सभी आने जाने वाले पर्यटकों के लिए खुले रहंगे और सभी मोजाइक खुले रहेंगे।

हगिया सोफिया के फैसले के आने बाद दुनियाभर में नई बहस उन म’स्जि’दों के लिए शुरू हो गई है जो निर्माण तो म’स्जिद के तौर पर हुआ लेकिन अब अवैध कब्जों की वजह से उनकी मौजूद स्थिति कुछ और ही है।इसी बीच यूएई के शारजाह सुल्तान बिन मोहम्मद अल कासिमी ने स्पेन में कोरडोबा चर्च को वापस लेने की मांग की है।

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