माँ ने कहा था- रमजान में मरी तो जलाना नहीं,फिर हिन्दू महिला को उसकी बेटी ने कब्रिस्तान में दफनाया

को’रो’ना के इस मुश्कि’ल दौर में कोई अपने माँ को खो रहा है तो कोई अपने पति को खो रहा है। भा’रत देश मे को’रो’ना की दूसरे लहर ने अपने पै’रों को ज’मा लिया है। हर रोज हजा’रों की तादा’त में मौ’त होरही है। इसी बीच पु’णे की रहने वाली एक लड़’की ने अपनी माँ का

अंतिम संस्कार उसकी माँ के कहने और इच्छा के मुताबिक ही करवाया है। बता दे किमरने से पहले इंदिरागां’धी नगर में रहने वाली 70 वर्षीय छ’न’बाई किशन ओहवाल ने अपनी बेटी लक्ष्मी से कहा था कि अगर उसकी मौत रमजान के पाक महीने के होती है तो उसको जला’ना म’त। उसे द’फना’या जाएगा।

pune news

ल’क्ष्मी ने ऐसा ही किया। उसने ये’रव’डा के जय ज’वान नगर के एक मु’स्लिम कब्रि’स्ता’न में उसने अपनी माँ को दफ’नाया है। ल’क्ष्मी ने बताया है कि उनकी माँ को गठि’या की त’कलीफ थी और काफी वक्त से उनका इ’लाज घर ही च’ल रहा था। बीते दिन ही उनकी अचा’नक त’बियत ख’राब हुई ओर शिवजी नगर के जम्बो

अ’स्पता’ल ले जाते सम’य ही रास्ते मे उनकी मौ’त हो गई। ल’क्ष्मी ने अस्प’ताल प्रशा’सन से अपनी माँ का अंति’म क’ब्रि’स्तान में करवाने की जिद पकड़ ली। डॉ’क्टर्स के पूछने पर ल’क्ष्मी ने बताया है कि यह उनकी माँ की अंतिम इच्छा थी।धर्म से हिन्दू होते हुए भी अं’तिम सं’स्का’र मु’स्लिम कब्रि’स्ता’न के लिए अ’स्पता’ल अपनी

pune news

हिम्मत को जुटा नही पा रहे थे। आखिर उन्होंने लक्ष्मी से अनापत्ति पत्र को लिख’वाया फिर मं’जूरी दी। उन्होंने मूल निवासी मु’स्लिम पंच अध्यक्ष अंजुम ईमानदार समेत मु’स्लिम समा’ज के अन्य लोगो आए और मु’स्लिम री’ति रि’वाजों के मुताब’क ही नमाज भी अदा करके छ’गन बा’ई को द’फ’नाया गया।

Leave a Comment