रमजा’न का महीना में हर नेक काम करने कि सलाह दी जाती है और किया भी जाता है। रमजान के महीने में हर कोई मदद के साथ साथ कई तरह कि दूसरों को परेशा’नी को भी पूरी कr देता है। सउदी अरब में हर साल लाखों कि तादात में हज और उमरा भी किया जाता था
लेकिन कोराना कि वजह से इन सब पर भी दुसरो देशों के नागरिकों के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया गया है।सउदी अरब ने रमजान के महीने में इस्ला’मिक मामलो के मंत्री ने बताया है कि रमजान के महीने में सउदी अरब ने 12 लाख कुरआन शरीफ को 21 भाषाओं के मुताबिक 29 देशों को कुरआन शरी’फ दिए है।
यह कदम 2 मस्जिदों के कई तरह कार्यक्रम के कस्टोडियन के हिस्से के रूप में भी आता है। वही सउदी अरब ने रम’जान के महीने में उमरा’ह जाय’रीनों को हर दिन 200,000 जमजम कि पानी कि बोत’लों वितरित भी कर रह है।
corona को लेकर भी सभी तरह के एति’हती को बरता भी जा रहा है। सउदी अरब ने रम’जान से पहले भी कई तरह कि योजनाओं के साथ साथ ही कई तरह कि तैयारियों को भी पूरा किया था। रम’जान के महीने में कुरआ’न शरी’फ पड़ा जाता है।
क्योंकि रमजान के महीने में कुरआन शरीफ नाजिल हुए था। इस महीने मै roze रखे जाते है और शाम को मग’रिब कि अजान के वक्त इफ्ता’र किया जाता है। यह इ’स्लामिक कैलेंडर के मुताबिक 9 महीना होता है। इसके बाद ईद मनाई जाती है।