मिया खान 3 बेटियों को पढ़ाने के लिए रोज 12 किलोमीटर का सफर करते है,सलाम कर रही दुनिया

कौन कहता है आसमा में छेद नहीँ हो सकता है, एक पत्थर तबियत से उछालो यारों । जी हां, अफगानिस्तान के मियां खान ने आसमान में छेद जैसा कारनामा कर दिखाया है । मियां खान के दृढ़ निश्चय और उनके हौसले की आज पूरी दुनिया दीवानी हो गई है । आइये जानते है मियां खान के बारे में आखिर उन्होंने आखिर ऐसा काम किया आज उन्हें लोग super hero बता रहे है ।

हर माँ और बाप के लिए उनकी औलाद बहुत अहम होती है। चाहे से लड़की हो या लड़का। माँ और बाप अमीर हो या गरीब। हर माँ और बाप अपने बेटे और बेटियों के लिए सब कुछ कुर्बान कर देते है . सबसे ज्यादा दिल बाप के लिए बेटियों पर होता है। बेटियों के लिए एक पिता सुपरहीरो होता है। सबसे ज्यादा करीब बेटियां होती है।

आज हम आपको ऐसे पिता के बारे में बताने वाले है जो अपनी बेटियों की पढ़ाई के लिए रोजाना 12 किलोमीटर का सफर तय करते है। हमारे देश मे भी बहुत सी बेटियों ने हौसला बुलन्द करके नाम रोशन किया है। वैसा ही इनका सपना है। यह भी अपनी बेटियों को पढ़ा लिखाकर एक अच्छे पिता के रूप में उभरे। अफगानिस्तान के रहने वाले मियां खान। जो 50 साल के है।

अपनी 3 बेटियों के साथ 12 किलोमीटर दूर मोटरबाइक पर स्कूल जाते है। वह अपनी बेटियों का जब तक इंतजार करते है, तब तक उनका स्कूल पूरा नही हो जाता। उनकी बेटियों का स्कूल समय करीब 4 घण्टे है, यानी रोज़ पिता 4 घंटे तक इंतजार करते है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार बताया गया था कि इनकी 7 बेटियां है और 2 बेटे है।

इनके गांव में कोई भी डॉक्टर नही है। इनका सपना है कि इनकी बेटियां पढ़े और नाम रोशन कर। इनके 2 बेटे घर को चलाते है। बेतिया पढ़ाई करती है। इनके पिता को ह्दय रोग है , इसलिए वो काम नही कर सकते। 4 बेटियों को अफगानिस्तान की स्वीडिश कमेटी जो स्कूल चलाती है। वहा पर पड़ती है। मियां खान की एक बेटी रोजी ने कहा कि ” मैं बहुत खुश हूं कि मैने पढ़ाई की।

मैं इस साल छः ग्रेड में हूं। मेरे भाई और पिता हमे मोटरबाइक से छोड़ने जाते है। 4 घण्टे तक इंतजार करते है। हम साथ मे आते है।” मियां खान ने जो बेटियों के लिए किया वो बहुत ही ज्यादा गर्व की बात है। मियां खान एक सुपर डैड के नाम से छा गए है। बेटियों को शिक्षा देने में इनकी चारो ओर प्रशंसा हो रही है।