जा’ति आधारित जन’गणना को लेकर मांग भी तेज हो गई है। वही बीते दिनों हीबिहार के 11 राजनीतिक दलों के नेताओ ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की है। वह अब Aimim पार्टी के सांसद अ’सदुद्दीन ओवै’सी ने भी जा’तिगत जनगणना की मांग का स’मर्थन करते हुए कहा है कि पिछ’डो के विका’स के लिए जा’तिगत जनगण भी जरूरी है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि मोदी जी के पास जो पावर है इसलिए वो इसे मुड्डे पर का’नून बनाए। असदुद्दीन ओ’वैसी ने पिछ’ड़े वर्ग के लोगो की बेहतरी के लिए जा’तिगत ज’नग’णना होना भी जरूरी बताया है। इसलिए ही देश मे जा’ति आ’धरित जनगणना को शुरू भी किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि पी”एम मोदी के पास संस’दीय श’क्ति है।
पिछड़ी जातियों का भी उप वर्गी’करण किया जाना चाहिए।इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि देश मे जा’तिगत जनग’णना की बहुत ही ज्यादा जरूरत भी है। यह जरूरी है और जो हर तरह से पिछड़े है उनकी गण’ना भी की जानी चाहिए। इसमे कुछ भी गल’त न’ही है। हर राजनी’तिक पा’र्टी यह कहा रही है कि जा’तिगत ज’नगणना भी होनी चाहिए।
बिहार के मुख्य’मंत्री नीतीश कुमार के ने’तृत्व में दस राजनि’तिक दलों के नेता’ओ ने जातिग’त जनग’णना को लेकर पीएम से बात की है। यह मुला’कात करीब 40 मिंट तक चली है।नीतीश कुमार ने अपनी बैठक के दौरान कहा है कि बिहार के सभी राजनीतिक दल भी एक साथ ही ह।
पिछले दिनों ही कें’द्र सर;कार के एक मंत्री ने कहा था कि देश मे जा’तिगत जन’गणना नही होगी।इस’लिए ही हमने मुला’कात भी की है। वही तेजस्वी यादव ने कहा है कि जब ध’र्म के नामपर इं’सानो की गि’नती हो सकती है तो जातिग’त आधार पर क्यो नही हो सकती ह।