ईद उल अज़हा/बकरा ईद का त्योहार करीब आ रहा है। ईद का त्योहार कुर्बानी करके मनाया जाता है। लेकिन कोरोना की वजह से और कई राज्यो में लोक डॉउन कि वजह से बकरे की मंडी नही लग पाई है। बकरा व्यापारियों बे बकरे की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है।मलेरकोटला में बकरे की सबसे बड़ी मंडी लगती है । जहा पर राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल से लोग आते है। बकरों की बोली लगाई जाती है।
पंजाब के एक गांव में शेर खान का बकरा चर्चा का विषय बना हुआ है। बकरीद के मौके पर इस बकरे को खरीदना खास मानां जा रहा है। महज डेढ़ साल के बकरे के 3 लाख रुपए लग गए है और इसके मालिक का कहना है कि वो इसे 5 लाख में बेचना चाहते है। ये बकरा उस लिए खास है क्योंकि उस बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा मे अल्लाह लिखा हुआ है।
बकरे का मालिक का कहना है कि जब शेर खान 2 महीने का था तब मालिक को पता था कि वो उनके लिए खास है। मालिक का कहना है कि हम इसको रोजाना बादाम , छोले ऒर हेल्दी खुराक दे रहे है।एक तरफ कई लोग कह रहे है कि इनके बकरे पर जो लिखा हुआ है वो तेजाब से लिखा हुआ है
लेकिन वो चेलेंज करते है कि अगर कोई साबित कर सकता है तो करके दिखा दे। वो जन्म से ही ऐसा है।दूसरी और लोगो का कहना है कि इनके घर मे जो बकरा है वो बहुत अलग है क्योंकि उबके ऊपर अल्लाह की रहमत बनी हुई है। ऐसे बकरों को ज्यादा कीमत पर खरीदा जाता है।
बकरा ईद का त्योहार सऊदी अरब में 31 जुलाई को मनाया जाएगा और दूसरे देशों में 1 अगस्त को इस त्योहार को मनाया जाएगा। बता दे. इस बार को’रो’ना की वजह से देश की अधिकतर बकरा मण्डी पूरी तरह से बंद रही। बकरा मालिकों का भी मानना है इस बार ईद उल अज़हा पहले के मुकाबले फीकी रहेगी।