आज की तारीख को 35 साल पहले पा’किस्तनि बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने आखरी बॉल पर छक्का लगाकर भारत को ऑस्ट्रेल-एशिया कप के फाइनल में ह’रा’या था। बता दे कि यह मैच आज भी भारत और पाकि’स्तान के क्रिकेट फेन्स के दिलो में रो’मां’च भी भर देता है।
मियांदाद ने चेतन शर्मा के ओवर की उस आखरी गेंद पर छ’क्का भी लगाया था। पा’कि’स्तान को अपनी जीत दर्ज करने के लिए महज 4 रन चाहिए थे। मियांदाद द’बाव में बिख’रे भी न’ही और अपने देश के क्रिकेट फैन्स को खुशी का एक ऐसा लम्हा भी दिया जिसे याद कर के आज भी रोमां’चित हो उठते है।
पा’कि’स्ता’न को मैच जीतने के लिए 246 रन की जरूरत थी। एक समय पर उसका स्कोर तीन विकेट पर 61 रन था। मियां’दाद तब क्रीज पर उतरे और मैच जिताऊ नाबाद 116 रन की पारी भी खेली है।
इस पारी में मियांदाद ने 3 चौके और तीन ही छक्के लगाए है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 245 रन बनाए थे। कर्षमन्चारी श्रीकांत ने 75 और सुनील गावस्कर ने 134 बॉल पर 94 रन बनाए थे।इसके अलावा पा’किस्तान के लिए वसीम अकरम ने 3 विकेट लिए थे।
मियांदाद अक्सर भार’तीय टीम के साथ वि’वा’द में उलझते रहते है। 1992 में वर्ल्ड कप के दौरान किरण मोरे केसाथ उनकी ब’ह’स को भला कौन भुला सकता है ऑस्ट्रेल-एशिया कप अभी तक 3 बार खेला गया है। तीनो बार पा’कि’स्तानने ही इसे जीता है।