को’रो’ना काल मे ऐसे तो एक दूसरे की मदद लोगो ने की है। लेकिन को’रो’ना के दौर में भी पु’लि’स और डॉ’क्टर्स आज भी हमारा साथ दे रहे है। वही पुलिस अपने ड्यू’टी करती हुई अपने कर्त’व्यों को निभा रही है वही दूस’री और डॉ’क्टर्स अपनी जान की परवा’ह किए बगैर म’री’ज़ो को सही वक्त पर संभा’ल भी रहे है।
हाल ही में दो मामला गुज’रात से आया है। गुजरात के बड़ोदरा के सयाजी अ’स्प’ताल के पीएस’एम विभाग में कार्यरत डॉक्ट’र राहुल परमार की माँ का हाल ही में निधन भी हो गया है। उनकी माँ गांधी नगर में रहा करती थी। वो इस बात की खबर मिलते ही गांधी’नगर भी चले गए।
Two doctors in Gujarat return to Covid duty within hours of cremating their mothers. More strength and prayers to these noble souls 🙏 Overwhelming work load for these frontline workers since March 2020 #MaskUpIndia #StayHome #COVID19India https://t.co/KU6TS0xlO9
— Ananth Srinivasan 💛 (@justAnanth2709) April 18, 2021
अपनी माँ के अंति’म सं’स्का’र क’रवा’ने के बाद वो तुरन्त ही बड़ो’दरा आए और अपनी ड्यू’टी को फिर से शुरू भी कर दिया।वही इस तरह की घट’ना स’याजी हॉ’स्पि’टल में एसो’सिएट प्रोफेसर डॉक्टर शिल्पा पटेल के साथ भी हुई है। उन्होंने भी सुबह 3 बजे उनकी माँ को खो दिया है।
वो मा के अन्ति’म सँ’स्कार में शामिल भी हुई और 6 घण्टे बादसुबह 9 बजे ड्यूटी पर लौट आई।उन्होंने बताया है कि मेरी माँ को मेह’साणा से बड़ोद’रा में शि’फ्ट किया गया था। डा’क्टर ने उनको बताया था कि रेमे’डीसुविर का बंदो;बस्त उनको करना होगा।
डॉक्टर ने बता’या कि उनकी माँ 7 अप्रैल को अस्प’ताल में भ’र्ती हुई थी और 15 अप्रैल को उनकी मौ;त भी हो गई है। जैसे कि इन दोनों की बाते सो;शल मी’डिया पर वा’यर’ल हुई तो सभी लोगों ने उनको बलि’दान को बढ़ा’या भी है।