कहते है कि इंसान की जिंदगी बदलने में कुछ ही पल ही लगते है। यह कहावत उस एक ऐसे दिहाड़ी मजदूर पर सटीक बैठती है जो 10 रुपए की रोजाना कमाई करने वाले ने 730 करोड़ रुपए की कम्पनी को खड़ा कर दिया है।
जिनका नाम मुस्तुफा पिसी है। ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को दिए गए इंटरव्यू में मुस्तफा पिसी ने कहा था कि हमे बमु’श्किल ही 10रुपए दैनिक मजदूरी मिलती थी। उन्होंने इसी खाने का’रोबार से जुड़कर एक कम्पनी बनाई है। जिसका नाम आईडी फ्रेश फूड बहु रखा गया।
यह देश की सफल कम्पनियो में से एक कम्पनी है।जिसका टर्नओवर 730 करोड़ है।आईडी फ्रेश फूड के सीईओ मुस्तफा पिसी ने कहा है कि जब मैंने पढाई को छोड़ा तो एक टीचर ने ने मुझे स्कूल छोड़ने के लिए मना महि किया बल्कि मेरि स्कूल की फीस भी उन्होंने दी।
मुस्तुफा पिसी ने आगे बताया है कि जब मुझे पहलीं बार नॉकरी का पेमेंट मिला तो मैंने अपना पहला वेतन 14,000 रुपए कमाया।मेने इसे अपने पापा को दे दिया वो रोने लगे। उन्होंने कहा है कि तुमने मुझे जिंदगी भर की कमाई भी दे दी है। मुस्तफा को
विदेश में भी नॉकरी मिली थी। जिसके बाद उन्होंने अपने पिता के 2 लाख रुपए हुए कर्ज को महज दो महीने में ही पूरे भी कर दिए। अच्छी तनख्वाह वाली नॉकरी शुरू होने के बावजुद मुस्तुफा ने अपने खुद का व्यवसाय भी शूरु करना भी चाहते थे।