एक गांव जो राजस्थान के झुंझनू जिले में है जिसका नाम नुआ है। इस गांव के मुस्लिम परिवार के एक शख्स नही बल्कि एक ही परिवार में 12 अफसर है। इस मुस्लिम परिवार के प्रशासनिक सेवा ही नही बल्कि इंडियन आर्मी को बेहतरीन अफसर भी दिए है
लियाकत खान,आईपीएस :- लियाकत खान का साल 1972 में आरपीएस के रूप में चयन भी हुआ। वह पदोन्नति पाकर आईपीएस भी बने और आईजी के पद पर रिटायर भी हुए है।
अशफाक हुसैन,आईएएस :- पूर्व आईपीएस लियाकत खान के छोटे भाई अशफाक hussain का चयन साल 1983 में आरएस में हुआ था। साल 2016 में इन्हें आईएएस के रूप में पदोन्नति भी मिली।
जाकिर खान,आईएएस :- जाकिर खान भी बड़े भाई लियाकत खान और अशफाक हुसैन की राह पर ही चले और साल 2018 में आईएएस भी बने। यह वतर्मान में श्रीगंगानगर में कलेक्टर है।
शाहीन खान,आरएएस :- लियाकत खान के बड़े बेटे शाहीन खान सीनियर आरएएसअधिकारी भी है। यह वतर्मान में सीएमसो में पोस्टेड है। यह इससे पहले भी अशोक गहलोत केओएसडी भी रह चुके है। इनकी पत्नी भी अफसर है।
शाकिब खान, ब्रिगेडियर, भारतीय सेना :- यह लियाक़त खान के भतीजे इंडियन आर्मी में ब्रिगेडियर है। यह वर्तमान में हिसार पोस्टेड भी है।
सलीम खान, आरएएस :- लियाकत खान के भांजे सीनियर आरएएस अधिकरी है। शना खान, आरएएस :- यह सलीम खान की पत्नी शना खान भी आरएस अधिकरी है। यह राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जयपुर में पदस्थापित है।
इसके अलावा भी इनके परिवार में कमर उल जमान चौधरी यह आईएएस है। जावेद खान आरएस, इशरत खान कर्नल भारतीय सेना में पदोन्नति पर कर्नल भी बनी है।