सयुक्त अरब अमीरात के अंतरिक्ष मिशन Hope में तहत पहली कामयाबी मिलती हुई दिख रही है। अरब राष्ट्र का इंटरप्लेनेट री मिशन फरवरी में लाल ग्रह पर पंहुचने वाला है । दुबई के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने इसकी जानकारी दी । 19 जुलाई को इस मिशन की शुरुआत हुई थी ।
अंतरिक्ष मे 290 मिलियन किलोमीटर की दूरी अब तक ये तय कर चुका है । सयुक्त अरब अमीरात के उपाध्यक्ष और प्रिंस शेख मोहम्मद ने इस मिशन की अहम जानकारी ट्विटर और शेयर की ।उन्होंने ट्विटर पर कहा कि इस ऑपरेशन टीम ने एक अहम बदलवा किया गया है ।
بعد مرور ١١١ يوم على انطلاق رحلة مسبار الأمل نحو المريخ والتي قطعت ٢٩٠ مليون كم .. أجرى مسبار الأمل اليوم آخر تعديل في مساره.. ونعلن اليوم تاريخ الوصول الدقيق للكوكب الأحمر ٩-٢-٢٠٢١ بإذن الله تمام الساعة ٧:٤٢ دقيقة مساء .. سيكون لنا عيداً.. وللعرب .. pic.twitter.com/V079VriyvM
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) November 8, 2020
9 फरवरी को शाम 7:42 बजे मंगल ग्रह पर पहुचने की उम्मीद थी । जो हमारे और सभी अरबों के लिए एक गौरवपूर्ण दिन बताया है । Hope मिशन के तहत कई अमेरिकियों के सहयोग से विकसित किया गया है । अब इसे दुबई के शासक मोहम्मेद बिन राशिद स्पेस सेंटर के विशेषज्ञों द्वारा नियंत्रित किया जाता है ।
बता दे, मंगल की कक्षा में जाने के बाद यह उपकरण विज्ञान मोड में बदल जायेगा । यह पृथ्वी पर 2 साल के बराबर और मंगल में 1 साल की अवधि के लिए लाल ग्रह के वातावरण की व्यापक तस्वीर खींचेगा ।
The Hope probe has completed its last trajectory correction maneuver after travelling 290 million km into space in 111 days. We officially announce Hope probe will arrive to Mars on Feb. 9, 2021 at 7:42pm UAE timing. We will celebrate the arrival of the first Arab mission to Mars
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) November 8, 2020
अंतरिक्ष यान को एक अवरक्त स्पेक्ट्रोमीटर , एक पराबैंगनी स्पेक्ट्रोमीटर और एक कैमरा का उपयोग मंगल ग्रह की निगरानी के लिए UAE ने भेजा है। ऑर्बिटर वायुमंडलीय स्थति का अध्ययन करेगा और अन्य चीजों के साथ लाल ग्रह पर जलवायु परिवर्तन को रिकॉर्ड करेगा ।