मिलिए 25 साल के अली मिलानी से जिन्होंने लं’द’न चु’ना’व में ब्रि’टे’न PM जॉ’न’सन की उ’ड़ा र’खी है नीं’द

ब्रि’टेन में होने वाले चु’ना’व वैसे तो ब्रेक’जीट की पृ’ष्ट’भूमि पर ही होगा लेकिन स्था’नीय मु’द्दों को भी न’कारा न’ही जा सकता। ये बात ठीक न’ही है कि जिस निर्वा’च’न क्षे’त्र से जॉ’नस’न कि’स्म’त आ’ज’मा रहे है, वहां कं’ज’र’वेटिव पा’र्टी’ का प्र’भु’त्व है। आ’ई’टी कं’प’नी में काम करने वाले 42 वर्ष के माइ’कल टा’स ने कहा है कि,क्षेत्र में यु’वा’ओं की स्थि’ति अच्छी’ न’ही है।

जॉ’नस’न ने भी स्थानी’य लोगो की उ’पेक्षा की है। जब अली मिलानी 5 साल के थे तब वो ई’रा’न से ब्रि’टेन आए थे। 5 साल की उम्र में उनको इं’ग्लि’श बोलना न’ही आता था। जब वो 20 साल के बाद इसी स’प्ताह में होने वाले चु’ना’व में वो सबसे ब’ड़ी चु’नौ’ती ब’नकर उ’भरे है। अ’ली गि’लानी जॉ”नसन को पूरी त’रह से ह’राने के लिए द’म भ’र rhe है।

सबसे खास बात यह रही थी कि जब 2017 में इस सी’ट पर मा’त्र 5,034 वो’ट से जीते थे। 1924 के बाद यह प’हला ही मौका था। जब कोई प्र’धा’न’मंत्री अपने नि’र्वा’चन क्षेत्र से इतने कम म”तों से जी’ता था। जॉ’नसन की हा’र को अ’स’म्भ’व बता रहे है। लेकिन अली मिलानी स्वयं को स्था’नी’य उम्मी’दवा’र के तौर पर पे’श कर रहे है कोई’ क’सर न’ही छोड़ रहे है।

अली मिलानी से 30 साल बड़े जॉ’नसन ल’न्दन के मे’यर रहने के साथ ही ब्रि’टेन के वि’देश मं’त्री भी रह चुके है। एटन स्कूल में शुरुआती प’ढ़ाई करने वाले जॉ’न’स’न ने ऐतिहा’सिक ऑ’क्स’फो’र्ड यू’नि’व’र्सि’टी में ग्री’क और लै’टिन भाषा का भी अध्ययन किया है।

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