दिल्ली: भीड़ ने ज’लाया था BSF कांस्टेबल मोहम्मद अनीस का घर, मदद को सबसे पहले पहुँची बीएसएफ

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दि’ल्ली हिं’सा ने ऐसा द’र्द दिया कि इसकी सालों तक भरपा’ई नहीं हो सकती । उनकी माने तो आ’र्थिक के साथ जिसका सबसे अधिक नुक’सान हुआ है वो सा’माजिक नु’कसान का।हुआ जिसमें हि’न्दू और मु’स्लिम दूर दूर कटने लगें, रहने लगे , एक दूसरों को सिर्फ इशारों इशारों में देखने लगे । दिल्ली में मु’स्लिमों के मकानों और दुकानों को मुख्य तौर निशा’ना बनाया गया।

इन मु’स्लिमों में आम मु’स्लिम भी थे तो , बीजेपी अल्प’संख्यक के नेताओ के घर भी थे तो, पूर्व सै’निक और बीए’सएफ के मु’स्लिम ज’वान भी थे जिनके घरों को निशा’ना बनाया गया । इसी में से एक बीएस’एफ में तै”नात अनीस के बारे में हम आपको आज बताने वाले है । इनकी मदद करने की जिम्मेदारी बीए’सएफ ने ली है। बीए’सएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र राठौर ने कहा है कि हम इसके घर को फिर से सवारने का काम करेंगे।

जानकारी केअनुसार , उ’प’द्र’वि’यों ने खास खजूरी इलाके में लगभग सभी मु’स्लिमों के घरों में आ’ग लगा दी है। इसी जगह पर बीएफएस के कां’स्टेबल अनीस का घ’र भी था। इस घटना के बाद बी’एसएफ़ ने अपने जवान को दिल्ली मुख्या’लय बुला लिया है। इसके साथ ही बीएस’एफ ने तुर’न्त हैड कांस्टे’बल मो’हम्मद अ’नीस के पिता मोहम्मद यूनुस, चाचा अहमद, चचेरी बहन, नेहा परवीन को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की पेशकश की है।

राठौर ने बताया है कि अभी अ’नीस की तैनाती ओडिशा में है। अब उन्हें दिल्ली में ट्रांस’फर किया जाएगा। उन्होंने आगे भी बताया है कि 10 लाख रुपए की आर्थिक भी बीए’फएस करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, जवान के परिवार को 5 लाख रुपए की मदद की जाएगी। बीए’फएस अपने जवानों को भी अनीस की मदद करने के लिए कह सकती है।

बी’एफ’एस ने कहा कि जवा’न की 3 महीने बाद शादी है। ये हमारी तरफ से एक गिफ्ट होगा। दि’ल्ली पुलि’स के मुताबिक, अलग अलग अस्प’तालों से 150 से भी ज्यादा हिं’सा में घा’यल लोग शामिल है। बता डे, दि’ल्ली हिं’सा में मर’ने वालों की तादाद पचा’स से ज्यादा हो चुकी है ।

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