कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और सँयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय सुर’क्षा सलाहकार शेख टुन्नून बिन जायद अल नाह्यान ने बीते दिनों ही Red Sea Project की मुलाकात कर एक बार फिर मुस्लिम दुनिया को एक करने के लिए बड़ा कदम उठाया।
यह मुलाकात सिर्फ शिष्टाचार भेंट कही जा रही है जो न सिर्फ दोस्ती को बढ़ा रही है बल्कि मजबूत होते आपसी अरब देशों में भी एक नई जान फूंक रही हैं।
तीनों देशों के प्रमुख मिलने की जानकारी सऊदी प्रिंस के निजी कार्यलय के निदेशक बद्र अल अस्कर ने ट्वीट से पता चली। जिन्होंने तीनों की एक फोटो को शेयर किया था।
अस्कर ने ट्वीट में लिखा था कि अस्कर ने Red sea में एक मैत्रीपूर्ण बैठक में प्रिंस मोहम्मद बिन सलामन, कतर के अमीर शंख तमीम बिन हमद अल थानी और यूएई के एनएसए शेख
त हननो बिन जायद भी साथ थे। जो यूएई के किसी सिर्ष पर अधिकारी की 4 साल में यह पहलीं कतर यात्रा थी। इस साल एक पुराने वि’वा’द के ख’त्म होने के बाद यह यात्रा सम्भव हो पाई थी।सऊदी अरब, यूएई और बहरीन ने मिस्र ने साल 2017 में कतर पर आ’तं’कवा’द का समर्थन करने के आ”रो’प लगाते
हुए राजन’यिक’, व्या’पार और यात्रा प्र’ति’बं’ध’ भी लगा दिया था। कतर देश ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि इन प्र’ति’बं’धों” का उद्देश्य इसकी स’म्प्रभु’ता को पूरी तरह से क’मजो’र करना है। इस साल जनवरी में कतर के स’ऊदी अ’रब और तीन अन्य दे’शों के साथ
तीन साल पुराने वि’वा’द का भी अं’त हो गया है। इस वि’वा’द को ख’त्म करने के लिए अ’मेरिका ने एक अहम भू’मिका को भी निभाया था। कतर को साल 2017 में चारो देशों ने अके’ला भी कर दिया था।