को’रो’ना वा’इ’रस की वजह से हर देश मे नागरीको को कई तरह की नो’करियों से ह’टा’या गया है। को’रो’ना वाइ’र’स की वजह से करीब 3 महीने तक कोई भी कम्पनी ने काम शुरू नही किया। इनके साथ ही मजदूरों के लिए एक बड़ी परेशानी है कि वो क्या कमाए और क्या करे। भारत के कई लोग सऊदी अरब, कुवैत आदि जगहों पर काम के लिए जाते है। ऐसे हालातो में भी अब उनको भी नोकरियों से निकाल दिया जा रहा है।
सऊदी की जादवा इन्वेस्टमेंट कम्पनी के मुताबिक, मौजूदा वर्ष के दौरान 1.2 मिलियन प्रवासी कर्मचारियों को सऊदी श्रम बाजार से निकाल दिया जाएगा। सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में प्रवासी ज्यादा है। जादवा रिपोर्ट के अनुसार, बड़ी संख्या में विदेशियों के जाने के बाद सऊदी के बीच बेरोजगारी की दर 2020 के अंत तक 12 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई बेरोजगारी बीमा सहायता योजना, सऊदी नागरीको को ही निजी क्षेत्र में सहायता प्रदान करेगा जिससे वहां की बेरोजगारी में प्रभाव देखने को मिलेगा। रोजगार के स्तर में सुधार होगा। जादवा ने कहा है कि इस योजना में काम करने वालो की संख्या 450,000 तक पहुँच गई है जो पिछले महीने तक 90,000 से अधिक कम्पनियों और दूसरी जगह पर काम कर रहे थे।
अब तक परियोजना में 2.4 बिलियन खर्च किए गए है, जो योजना के बजट का लगभग 37 फीसदी है। स्वास्थ्य बीमा कवरेज के आकड़ो के मुताबिक, ये उम्मीद की जाती है कि पीएमआई रोजगार में अधिकांश मंदी विदेशी श्रमिको के बीच छटनी से सम्बंधित है और ये छटनी लगातर चलती रहेगी।जादवा की रिपोर्ट के मुताबिक, ये उम्मीद की जाती है कि साल 2020 के आखिर तक सऊदी की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और ये सुधार नागरीकोके रोजगार के लिए बेहतर सम्भवनाए भी लाएगा।
खास तौर से प्रवासियों के बाजए नागरीको को काम दिया जाए। कोरोना काल की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव देखने को मिला है। कोरोना कि वजह से इस साल सऊदी में हज औऱ उमराह के लिए भी सीमित ही मात्रा में सीटें रखी गई है। आंतरिक मंत्रालय ने कहा है कि इस साल हज के लिए सिर्फ 10,000 लोगो को ही हज किया जाएगा। हज 29 जुलाई से शुरू होगा। सऊदी में 31 जुलाई को ईदुल अजहा मनाई जाएगी।
हज करने वालो को पहले और बाद में क्वोरन्टीन होना लाजमी है। हज करने जाने के लिए नियमो की पालना करना आवश्यक है।भारत के लोगो को हज पर जाने की अनुमति नही दी गई है। भारत मे कोरोना के मामले 12 लाख से भी ज्यादा पहुँच गए है। इनमे से 28,567 लोगो की मौत हो गई है।