राज्यसभा में ना’गरिकता सं’शोधन विधे’यक पर चर्चा हो रही है । इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्ब’ल ने चर्चा के दौरान कहा कि उन्हें नही पता है अमि’त शाह ने इ’तिहास कहा तक पढ़ा है , उन्होंने कहा कि टू ने’शन थ्यो’री कां’ग्रेस की नही है ।क’पिल ने कहा कि 2014 से सरकार एक खास मकसद को लेकर चल रही हवन कभी ल’व जि’हाद, कभी एन’आ’रसी और कभी नाग’रिकता सं’शोधन । सिब्बल’ ने ये भी कहा कि गृह’मंत्री कह रहे है कि मुसलमानों को डर’ने की जरूरत नही है ।
सि’ब्बल ने शाह को जवाब देते हुए कहा कि हिं’दुस्तान का कोई मु’सलमा’न आपसे डर’ता नही है , न मैं डर’ता हूँ और न ही इस देश के नाग’रिक डरते है । सि’ब्बल ने आगे कहा कि यदि हम किसी से डरते है तो वह सं’विधा’न है जिस की आप ध’ज़्ज़िया उ’ड़ा रहे है । आपको बता दे, ना’गरिकता संशो’धन अ’धि’नियम 2019 के लोकसभा में पास होने के बाद इसका भारत की नही बल्कि दुनिया के कई देशों में वि’रोध हो रहा है। इसके वि’रोध में अ’मेरि’का जैसे बड़े देश के बयान भी आए है।
बता दे, लोकसभा में सोमवार को इस बिल को अमित शाह ने सामने रखा और सांसदों के CAB बिल के जवाब दिए। विधेयक के मुताबिक, तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसम्बर 2014 तक आए 6 जातियां उनमे से ( हिन्दू, सिख,बौद्ध, जैन, पारसी ओर ईसाई है) इन लोगो को नागरिकता दी जाएगी।
अन्त”राष्ट्रीय धार्मि”क स्वतंत्र”ता पर ग”ठित एक अमेरिकी कमीशन ने लोकसभा से पास हुए नागरि”कता संशोधन विधेयक को गलत दिशा में एक बड़ा खत’रना’क कदम बताया है। आपको बता दे, अभी यह बिल सिर्फ लोकसभा में पास हुआ है। इस बिल को लेकर संसद में करीब 7 घण्टे तक बहस हुई । विधेयक के पक्ष के करीब 311 सदस्यों ने वोट किया। विपक्ष के 80 वोट रहे। अब इसे राज्यसभा में पेश किया गया।
My speech in Parliament today on the CAB https://t.co/VUwoAerrZA
— Kapil Sibal (@KapilSibal) December 11, 2019
USCIRF ने आरोप लगाया है कि CAB अप्रवासियों के लिए नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है , इसमें मु’स्लिम स’मुदाय का जिक्र नही है। इस तरह ये विधेयक नागरिकता के लिए ध’र्म के आधार पर का’नूनी माप’दंड निर्धा’रित करता है। यह भारत के धर्मनि”रपेक्ष बहुल’वाद के सम्र’द्ध इतिहा”स और भारती’य संवि’धान का विरो’धाभासी है। जो धार्मि”क भेद”भाव से ऊपर उठकर का’नून के समक्ष समा’नता की गा”रंटी देता है।