आज का वक्त कई मायनों में बदल गया है । जनता तक ख़बरे पहुचाने का तरीका आज से 30-40 साल के पहले के मुकाबले में बड़ी तेजी और बदलाव आया है । आज के दौर में न्यूज़ एंकर टेलीविजन पर बहुत शोर श’राबा करते है, प्रमुख मुद्दों पर बात नही करते इसके अलावा कुछ एंकरों का काम डिबेट के नाम पर पांच लोगों को लाकर तेज आवाज में हि’न्दू मु’स्लि’म करने तक रह गई है । आज से 30-40 साल पहले के दौर में ऐसा बिलकुल नही होता था।
Salma Sultan reading News of assassination of Prime Minister #IndiraGandhi 31st October 1984 at 8.00 p.m. pic.twitter.com/kJ3E9ugE29
— Indira Gandhi (@indira_gandhi1) October 31, 2019
हम बात कर रहे है भारत की, जहा पिछले कुछ समय से मीडीया की छवि को नु’कसा’न पहुँचा है, हालांकि इसमें कम लोग शामिल रहे हो लेकिन पूरी मीडिया को इससे नुक’सान पहुँचा है, ये आगे कब सही होगा कह नही सकते है ।आज के दौर के एंकरों को खासकर जो टीवी डिबेट के नाम पर उथल कूद करते है, मुद्दों को भटकाने के लिए कम पढ़े लिखे लोगों को डिबेट में बुलाते है उन लोगों को खासकर मीडिया से जुड़े साथी एंकरों को सलमा सुल्ताना का एक वीडियो जरूर देखना चाहिए।
ये दूरदर्शन पर एक एंकर रोते हुए इंदिरा गांधी पर हुए ह’मले की ख’बर पड़ते हुए नजर आ रही थी।वीडियो में सलमा सुल्ताना इंदिरा गांधी पर हुए हमले की खबर को यू पढ़ती है कि वो कहती है कि आज सवेरे नई दिल्ली में प्रधानमंत्री के निवास स्थल पर श्री म’ति गां’धी की ह’त्या करने की कोशिश की गई। उन्हें तुरंत आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ले जाया गया है।
उनका ये वीडियो पूरे देश मे वा’यरल हुआ और लोगों को अभी भी उनके इस वीडियो और तमाम एंक’रिंग की याद ताजा हो जाती है।मुझे नही समझ में आ रहा है कि उस वक्त मैं किस तरह वो न्यूज़ पढूँगी किस तरह उसकी तैयारी करू, सिर्फ आं’सू थे जो बेहतहशा बह रहे थे। जिसको कि मैं कं’ट्रोल नही कर सकती थी। सुल्ताना वर्तमान में दक्षिण दिल्ली में जंगपुरा इलाके में रहती है।
एंकर के बाद सुल्ताना ने निदेशक के रूप में भी दूरदर्शन में काम किया है। सुल्ताना के साथ काम।करने वाले कर्मचारी बताते है कि उस समय उनकी एंकरिंग की दीवाना पूरा देश था, आज जिस प्रकार लोग नाटक, मूवी देखने का इंतेज़ार करते है उस समय उनके दूरदर्शन पर आने का इंतेज़ार किया करते थे । बता दे कि इंदिरा गांधीका जन्म 19नवम्बर 1917 को हुआ था। इंदिरा गांधी तीन बार देश की प्रधानमंत्री रही।